Shri Balaji Chalisa | श्री बालाजी चालीसा
हनुमान जी को ही बालाजी के नाम से भी जाना जाता है। हिन्दू धर्म के अनुसार हर व्यक्ति के जीवन में भगवान की पूजा-पाठ का अहम किरदार रहा है। ऐसा माना जाता है जो व्यक्ति नियमित रूप से रोजाना सुबह-शाम पूजा-पाठ करता है, उसके जीवन से संकट दूर रहते है। और परेशानी से लड़ने की शक्ति भी मिलती है।
जहाँ पर हर भगवान जी का हर एक विशेष दिन माना गया है, वही हनुमान जी की विशेषतौर पर मंगलवार को अगर पूजा-अर्चना की जाए तो हनुमान जी जल्द प्रसन्न होते है। Shri Balaji Chalisa का नियमित रूप से पाठ करने पर हनुमान जी की कृपा बरसती है। बालाजी चालीसा का पाठ करने वाले व्यक्ति के जीवन से सभी बाधाएं दूर रहती है। इसीलिए हर व्यक्ति को रोजाना Balaji Chalisa का पाठ करना चाहिए। श्री बालाजी का पाठ करने के और भी बहुत फायदे है। आइए, जानते है उनके बारे में!!!
श्री बालाजी चालीसा
॥ दोहा ॥
श्री गुरू चरण चितलाय के धरें ध्यान हनुमान |
बालाजी चालीसा लिखें दास स्नेही कल्याण ||
विश्व विदित वर दानी संकट हरण हनुमान |
मेंहदीपुर प्रकट भये बालाजी भगवान |
॥ चौपाई ॥
जय हनुमान बालाजी देव , प्रकट भए यहाँ तीनों देवा |
प्रेतराज भैरव बलवाना, कोतवाल कप्तान हनुमाना |
मेहदीपुर अवतार लिया है, भक्तो का उध्दार किया है |
बालरूप प्रकटे है यहां पर, संकट वाले आते है जहाँ पर |
डाकनि, शाकनि अरु जिन्दनी, मशान चुडैल भूत भूतनी |
जाके भय से सब भाग जाते, स्याने भोपे यहाँ घबराते |
चौकी बंधन सब कट जाते, दूत मिले आनंद मनाते |
सच्चा है दरबार तिहारा, शरण पडे सुख पावे भारा |
रूप तेज बल अतुलित धामा, सन्मुख जिनके सिय रामा |
कनक मुकुट मणि तेज प्रकाशा, सवकी होवत पूर्ण आशा |
महंत गणेशपुरी गुणीले, भए सुसेवक राम रंगीले |
अद्भुत कला दिखाई कैसी, कलयुग ज्योति जलाई जैसी |
ऊँची ध्वज पताका नभ में, स्वर्ण कलश है उन्नत जग मे |
धर्म सत्य का दंका बाजे, सियाराम जय शंकर राजे |
आना फिराया मुगदर घोटा, भूत जिंद पर पडते सोटा |
राम लक्ष्मण सिय ह्रदय कल्याणा, बाल रूप प्रकटे हनुमाना |
जय हनुमंत हठीले देवा, पुरी परिवार करत है सेवा |
चूरमा, मिश्री, मेवा, पुरी परिवार करत है सेवा |
लड्डू, चूरमा, मिश्री, मेवा, अर्जी दरखास्त लगाऊँ देवा |
दया करे सब विधि बालाजी, लंकट हरण प्रकटे बालाजी |
जय बाबा की जन-जन उचारे, कोटिक जन आए हेरे द्वारे |
बाल समय रवि भक्षहि लीन्हा, तिमिर मय जग कीन्ही तीन्हा|
देवन विनती की अति भारी, छाँड दियो रवि कष्ट निहारी |
लाँघि उदधि सिया सुधि लाए, लक्ष हित संजीवन लाए |
रामानुज प्राण दिवाकर, शंकर सुवन माँ अंजनी चाकर |
केसरी नंदन दुख भव भंजन, रामानंद सदा सुख सुख संदन |
सिया राम के प्राण प्यारे, जय बाबा की भक्तउचारे |
संकट दुख भंजन भगवाना, हया दरहु हे कृप्या निधाना |
सुमर बाल रूप कल्याणा, करे मनोरथ पूर्ण कामा |
अष्ट सिध्दि नव निधि दातारी, भक्त जन आवे बहु भारी |
मेवा अरु मिष्ठान प्रवीना, भेट चढावें धनि अरु दीना |
नृत्य करे नित न्यारे-न्यारे, रिध्दि-सिध्दियाँ जाके द्वारे |
अर्जी का आदेश मिलते ही, भैरव भूत पकडते तब ही |
कोतवाल कप्तान कृपाणी, प्रेतराज संकट कल्याणी |
चौकी बंधन कटते भाई, जो जन करते है सेवकाई |
रामदास बाल भगवंता, मेहदीपुर प्रकटे हनुमंता |
जो जन बालाजी मे आते है, जन्म-जन्म के पाप नशाते |
जल पावन लेकर घर आते, निर्मल हो आनंद मनाते |
क्रूर कठिन संकट भगजावे, सत्य धर्म पथ राह दिखावे |
जो सत पाठ करे चालीसा, तापर प्रसन्न होय बागीसा |
कल्याण स्नेही, स्नेह से गावे, सुख समृध्दि रिध्दि सिध्दि पावे |
॥ दोहा ॥
मंद बुध्दि मम जानके क्षमा करो गुणखान |
संकट मोचन क्षमहु मम दास स्नेही कल्याण ||
Shri Balaji Chalisa in English
॥ dohaa ॥
shrii guruu charaṇ chitalaay ke dharen dhyaan hanumaan .
baalaajii chaaliisaa likhen daas snehii kalyaaṇ ..
vishv vidit var daanii sankaṭ haraṇ hanumaan .
menhadiipur prakaṭ bhaye baalaajii bhagavaan .
॥ chowpaaii ॥
jay hanumaan baalaajii dev, prakaṭ bhae yahaan tiinon devaa .
pretaraaj bhairav balavaanaa, kotavaal kaptaan hanumaanaa .
mehadiipur avataar liyaa hai, bhakto kaa udhdaar kiyaa hai .
baalaruup prakaṭe hai yahaan par, sankaṭ vaale aate hai jahaan par .
ḍaakani, shaakani aru jindanii, mashaan chuḍail bhuut bhuutanii .
jaake bhay se sab bhaag jaate, syaane bhope yahaan ghabaraate .
chowkii bandhan sab kaṭ jaate, duut mile aanand manaate .
sachchaa hai darabaar tihaaraa, sharaṇ paḍe sukh paave bhaaraa .
ruup tej bal atulit dhaamaa, sanmukh jinake siy raamaa .
kanak mukuṭ maṇi tej prakaashaa, savakii hovat puurṇ aashaa .
mahant gaṇeshapurii guṇiile, bhae susevak raam rangiile .
adbhut kalaa dikhaaii kaisii, kalayug jyoti jalaaii jaisii .
uunchii dhvaj pataakaa nabh men, svarṇ kalash hai unnat jag me .
dharm saty kaa dankaa baaje, siyaaraam jay shankar raaje .
aanaa phiraayaa mugadar ghoṭaa, bhuut jind par paḍate soṭaa .
raam lakshmaṇ siy hraday kalyaaṇaa, baal ruup prakaṭe hanumaanaa .
jay hanumant haṭhiile devaa, purii parivaar karat hai sevaa .
chuuramaa, mishrii, mevaa, purii parivaar karat hai sevaa .
laḍḍuu, chuuramaa, mishrii, mevaa, arjii darakhaast lagaauun devaa .
dayaa kare sab vidhi baalaajii, lankaṭ haraṇ prakaṭe baalaajii .
jay baabaa kii jan-jan uchaare, koṭik jan aae here dvaare .
baal samay ravi bhakshahi liinhaa, timir may jag kiinhii tiinhaa.
devan vinatii kii ati bhaarii, chhaanḍ diyo ravi kashṭ nihaarii .
laanghi udadhi siyaa sudhi laae, laksh hit sanjiivan laae .
raamaanuj praaṇ divaakar, shankar suvan maan amjanii chaakar .
kesarii nandan dukh bhav bhanjan, raamaanand sadaa sukh sukh sandan .
siyaa raam ke praaṇ pyaare, jay baabaa kii bhaktauchaare .
sankaṭ dukh bhanjan bhagavaanaa, hayaa darahu he kṛpyaa nidhaanaa .
sumar baal ruup kalyaaṇaa, kare manorath puurṇ kaamaa .
ashṭ sidhdi nav nidhi daataarii, bhakt jan aave bahu bhaarii .
mevaa aru mishṭhaan praviinaa, bheṭ chaḍhaaven dhani aru diinaa .
nṛty kare nit nyaare-nyaare, ridhdi-sidhdiyaan jaake dvaare .
arjii kaa aadesh milate hii, bhairav bhuut pakaḍate tab hii .
kotavaal kaptaan kṛpaaṇii, pretaraaj sankaṭ kalyaaṇii .
chowkii bandhan kaṭate bhaaii, jo jan karate hai sevakaaii .
raamadaas baal bhagavantaa, mehadiipur prakaṭe hanumantaa .
jo jan baalaajii me aate hai, janm-janm ke paap nashaate .
jal paavan lekar ghar aate, nirmal ho aanand manaate .
kruur kaṭhin sankaṭ bhagajaave, saty dharm path raah dikhaave .
jo sat paaṭh kare chaaliisaa, taapar prasann hoy baagiisaa .
kalyaaṇ snehii, sneh se gaave, sukh samṛdhdi ridhdi sidhdi paave .
॥ dohaa ॥
mand budhdi mam jaanake kshamaa karo guṇakhaan .
sankaṭ mochan kshamahu mam daas snehii kalyaaṇ ..
Shri Balaji Chalisa के क्या-क्या लाभ होते है?
- अगर कोई विद्यार्थी बालाजी चालीसा का रोजाना पाठ करता है तो उसका बुद्धि विकास तेज़ी के साथ होता है।
- रात में सोते वक्त अगर आप बुरा सपना देखते हुए दर्र जाते है तो बालाजी चालीसा का जाप करने से भय दूर होता है।
- किसी भी प्रकार की आर्थिक समस्या हो, सभी केवल बालाजी चालीसा का पाठ करने से दूर हो जाती है।
- कलयुग में मोक्ष पाना बेहद आसान माना गया है. बालाजी चालीसा का लगातार जाप करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
- इसके साथ ही ज्ञान में भी वृद्धि होती है।
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Shri Balaji Chalisa पाठ करने के क्या नियम है?
इस कलयुग में भगवान हनुमान जी को ही जाग्रत देव माना गया है। श्री हनुमान जी ही भगवान राम के प्रम भक्त कहलाते है। कहते है जिन्हें भगवान राम जी की कृपा चाहिए, उन्हें भी हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। आइए, जानते है श्री बालाजी चालीसा का पाठ कैसे करना चाहिए।
- मंगलवार के दिन जल्दी उठे और स्नान, शौच वगैरह करके स्वच्छ कपड़े पहने।
- अब अपने पूरे घर में गंगाजल छिडके।
- अब एक आसन लगाएं और चालीसा का पाठ करने के लिए उस पर बैठ जाएं।
- बालाजी चालीसा का पाठ करने से पहले भगवान गणेश जी की आरती करे।
- फिर भगवान राम जी का आशीर्वाद ले और उनकी वंदना करे।
- अब हनुमान जी के आगे धुप-बत्ती करे और पुष्प अर्पित करे।
- अब अपने मन से सभी शंकाएं, डर और चिंता दूर करके बालाजी चालीसा का पाठ शुरू करे।
- पाठ खत्म होने के बाद भगवान का आशीर्वाद करे और अपना दिन शुरू करे।
हिन्दू धर्म के अनुसार बालाजी चालीसा का सुबह-शाम पाठ करने से जीवन की सभी परेशानियों का अंत होता है। हम आशा करते है कि भगवान हनुमान की कृपा आप पर बरसे और आपके जीवन के सभी कष्ट दूर हो।